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लेखनी प्रतियोगिता -06-Apr-2024 "सच्चे लोग"

     "सच्चे लोग"

सच्चे लोग भी अब सयाने हो गए, 
छोड़ दोस्तों का साथ किसी और के दिवाने हो गए।
चेहरों के भी कई और लिबास हो गए। 
जो हाथ काँधे को संभाले थे वो आस्तीन के साँप हो गए।।
मधु गुप्ता "अपराजिता"

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5 Comments

Mohammed urooj khan

16-Apr-2024 03:58 PM

👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾

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Reyaan

11-Apr-2024 05:59 PM

Nice

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Shnaya

11-Apr-2024 04:57 PM

V nice

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